रविवार, 30 अक्टूबर 2011

कॉमरेड पेरिन दाजी की किताब ‘‘यादों की रोशनी में’’ का विमोचन

२ अक्टूबर 2011 को इंदौर प्रेस क्लब के राजेन्द्र माथुर सभागृह में अटाटूट लोग जिस नेता की याद में आयोजित सभा में इकट्ठे थे वह न कभी सत्ता में रहा और न ही बरसों से राजनीति में सक्रिय था। फिर भी न केवल हॉल में क्षमता से ज़्यादा लोग मौजूद थे बल्कि बाहर लगी स्क्रीन पर भी लोगों की भीड़ जमा थी। और यह सब तब था जब कार्यक्रम स्थल की क्षमता देखते हुए ज़्यादा लोगों को बुलाने की कोशिशों को धीमा करना पड़ा था।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की इंदौर ज़िला परिषद् द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में इकट्ठे हुए विभिन्न तबक़ों के लोगों के दिलों में कॉमरेड होमी दाजी का नाम सिर्फ़ इसलिए नहीं था कि वे दो बार विधायक रहे और एक बार सांसद। बल्कि इसलिए कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी उन्होंने चुनावी राजनीति का इस्तेमाल जनता के हक़ में किया और इस पूँजीवादी लोकतंत्र के भीतर, अधिक संसाधन न होते हुए भी जनता का विश्वास कैसे अर्जित किया जाता है, यह करके दिखाया।  २००९ में जब होमी दाजी नहीं रहे तो उनकी जीवनसंगिनी पेरिन ने हीरालाल के कहने पर दाजी की ज़िंदगी के बारे में एक किताब लिखनी शरू की थी जिसका विमोचन था 2 अक्टूबर को।  विमोचन के पूर्व ही किताब के एक अंश की एकल नाट्य प्रस्तुति डॉ. यामिनी ने दी जिसका निर्देशन विनीत तिवारी ने ही किया था। उस संक्षिप्त किन्तु शानदार ब्रेष्टियन प्रस्तुति ने दर्शकों को पूरी किताब पढ़ने की तीव्र उत्सुकता से भर दिया। इसके उपरांत कॉमरेड पेरिन दाजी ने कहा कि फल के ठेलेवाले महेंद्रकुमार के केलों के पैसे तो वे चुका सकती हैं लेकिन उस प्यार का कोई मूल्य नहीं जो इन जैसे लाखों मेहनतकश लोगों ने दाजी को दिया और जिसकी वजह से अनेक तकलीफ़ों के बावजूद दाजी को आख़िरी साँस तक ज़िंदगी से प्यार रहा। उनके संक्षिप्त किंतु भावुक संबोधन से सभी उपस्थितों की आँखों में आँसू भर आये।

कार्यक्रम की अध्यक्षता की भाकपा जिला परिषद के सदस्य व प्रगतिशील लेखक संघ की इंदौर इकाई के उपाध्यक्ष श्री एस. के. दुबे ने और भाकपा जिला परिषद के सदस्य एडवोकेट ओमप्रकाश खटके भी मंच पर मौजूद थे। कार्यक्रम  का संयोजन व संचालन किया प्रगतिशील लेखक संघ के राज्य महासचिव कॉमरेड विनीत तिवारी ने। कॉमरेड पेरिन दाजी की किताब के संपादक भी वही हैं। यह किताब भारतीय महिला फ़ेडरेशन की केन्द्रीय इकाई व प्रगतिशील लेखक संघ की इन्दौर इकाई द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गई है। कविता पोस्टरों व होमी दाजी के चित्रों की प्रदर्शनी भी इस मौके पर इप्टा इंदौर के सचिव श्री अशोक दुबे ने लगायी थी जो काले-सफ़ेद चित्रों के साथ अतीत के एक चमकदार दौर की याद दिला रही थी और उस दौर को वर्तमान में हासिल करने के लिए उकसा रही थी। कार्यक्रम के दौरान और कार्यक्रम के बाद लगते ‘‘कॉमरेड होमी दाजी को लाल सलाम’’ के जोशीले नारे बुजुर्ग कॉमरेडों की आँखों में उम्मीद की एक चमक पैदा कर रही थीं।
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सारिका श्रीवास्तव
सचिव, भारतीय महिला फे़डरेशन, इंदौर शाखा.
द्वारा शहीद भवन, 64, न्यू देवास  रोड, इंदौर.
09425096544

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