शनिवार 20 अगस्तः इंडियन कलचरल सोसाइटी डेनमार्क ने 65वें स्वतंत्रा दिवस समारोह पर लेखिका अर्चना पैन्यूली को ‘प्राइड ऑफ इंडिया पुरस्कार’ से सम्मानित किया। इस समारोह में डेनमार्क निवासी अनेकों भारतीय व डेनिशों के अलावा भारतीय राजदूत भी उपस्थित थे।
संस्था के अध्यक्ष सुखदेव सिंह सन्धू बोले कि इंडियन कलचरल सासोइटी डेनमार्क ने गत वर्ष निर्णय लिया कि पन्द्रह अगस्त के समारोह में उनकी संस्था डेनमार्क में रहने वाले भारतीय को उनकी उपलब्धियों के लिये ‘प्राइड ऑफ इंडिया’सम्मान से सम्मानित करेगी। इस वर्ष उनकी संस्था ने यह पुरस्कार अर्चना पैन्यूली को उनके लेखन द्वारा हिन्दी साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान एवम् भारतीय समुदाय के प्रति उनके योगदान लिये दिया है। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रकाशित डेनमार्क में बसे भारतीयों पर लिखा उनका उपन्यास ‘वेयर डू आई बिलान्ग’ अब रूपा पब्लिकेशन द्वारा अंग्रेजी में छपने जा रहा है।
अर्चना पैन्यूली ने कहा कि किसी संस्था द्वारा किसी लेखक़ कवि या कलाकार को सम्मानित करना उसे एक नवीन ऊर्जा से भर देता है जिससे उसका साहित्य सर्जन थमता नहीं। उन्होंने देश व समाज पर रचित अपनी दो व्यंग्यात्मक कवितायें सुनाकर श्रौतागणों को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर भारत से आये कुछ कलाकार्रों राजस्थान से आया गुलाबों सपेरा ग्रुप ने राजस्थानी लोक नृत्य पेश किया व गीतकार अनवर अहमद व उनकी टोली ने हिन्दी गीत गाये। कई स्थानीय कलाकारों ने भी अपनी कला व हुनर का प्रदर्शन किया। समारोह समापन पर संस्था की तरफ से भोजन का आयोजन हुआ।
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