शनिवार, 29 सितंबर 2012

ब्रजेन्द्र त्रिपाठी को नार्वे में संस्कृति पुरस्कार

चित्र में: बाएँ से सुरेशचन्द्र शुक्ल, सिगमुन्द ल्योवोसेन, सीलेश कुमार, ब्रजेन्द्र कुमार त्रिपाठी, कार्सतेन अलनेस और फ्रोइदिस अलवेर

१६ सितम्बर को भारतीय नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम की ओर से आयोजित वार्षिक 'भारत -नार्वे लेखक सेमिनार' में भारतीय लेखक ब्रजेन्द्र कुमार त्रिपाठी और नार्वेजीय लेखक कार्सतेन अलनेस को संस्कृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के शुभारम्भ में रोमाओं की प्रसिद्ध संगीत पार्टी ने संगीत प्रस्तुत किया। लेखक सेमिनार में अनेक लेखकों ने अपने वक्तव्य दिए इनमें नार्वेजीय लेखक यूनियन के अध्यक्ष सिगमुन्द ल्योवोसेन, नार्वेजीय लेखक सेंटर की फ्रोइदिस अलवेर, कार्सतेन अलनेस, ब्रजेन्द्र कुमार त्रिपाठी और सुरेशचन्द्र शुक्ल थे। इस सेमिनार में भारतीय दूतावास नार्वे के प्रतिनिधि शैलेश कुमार ने शुभकामनाएँ दी और अपनी एक कविता पढ़ी। भारत-नार्वे लेखक सेमिनार में दोनों देशों के साहित्यिक आदान-प्रदान, प्रकाशन और संभावनाओं पर विचार किया गया।
 
अन्त में काव्य गोष्ठी संपन्न हुई जिसमें नार्वेजीय और हिन्दी में कविता पाठ किया गया। काव्य गोष्टी में भाग लेने वालों में राय भट्टी, इन्दर खोसला, इन्दरजीत पाल, इंगेर मारिये लिल्लेएन्गेन, उमेश कुमार मिश्र, सिगरीद मारिये रेफ्सुम, लीव एवेन्सेन, नोशीन, ऊला बूग और सुरेशचन्द्र शुक्ल थे। कार्यक्रम का सफल संचालन संगीता शुक्ल सीमोंसें और रूचि माथुर ने किया।

सुरेशचन्द्र शुक्ल, ओस्लो, नार्वे

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