यमुनानगर। हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रमुख सचिव और सूचना-जनसंपर्क एवं सांस्कृतिक विभाग निदेशक सह-सचिव शिवरमन गौर ने कहा कि सरकार डी.ए.वी. कॉलेज फॉर गर्ल्स, यमुनानगर द्वारा आयोजित किए जाने वाले हरियाणा अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह को स्थायी बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। श्री गौर आज यहां फिल्म समारोह में ‘फिल्म एप्रीसियेशन कोर्स’ का उद्घाटन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस फिल्मोत्सव से देश-विदेश में हरियाणा राज्य की बेहतर छवि विकसित होगी। ‘फिल्म एप्रीसियेशन कोर्स’ के संयोजक प्रो० मनमोहन चड्ढा ने कहा कि सिनेमा केवल व्यापार व मनोरंजन नहीं हो सकता। यह एक शिक्षा भी है। उन्होंने कहा कि 2013 में हम भारतीय सिनेमा की पहली शताब्दी मनाएंगे। सुप्रसिद्ध फिल्म चिंतक विनोद भारद्वाज ने कहा कि सिनेमा की ताकत है कि कोई एक दृश्य आपके मर्म को छू लेता है। उन्होंने कहा कि यह कोर्स इसलिए जरूरी है कि आज की दुनिया में बहस व बातचीत का माहौल बना रहे। आज डी०वी०डी० प्रौद्योगिकी के कारण विश्व की अधिकतर महत्वपूर्ण फिल्में हम सस्ते दामों में खरीदकर देख सकते हैं। आज से 20 साल पहले यह सुविधा नहीं थी। सिनेमा में आज सबके लिए अनन्त सम्भावनायें हैं।
सुप्रसिद्ध रंगकर्मी एवं अभिनेता एम०के० रैना ने फिल्मोत्सव के एक विशेष खण्ड ‘कट्टरता एवं युद्ध के खिलाफ सिनेमा’ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि संस्कृति और सिनेमा लोकतंत्र के ‘सेफ्टी वाल्व’ हैं। उन्होंने दुनियाभर में बढ़ रही कट्टरता के खिलाफ सिनेमा के हस्तक्षेप की विस्तार से चर्चा की। इस खण्ड की शुरुआत निर्देशक डेनिस तनोविक की ऑस्कर विजेता बोस्नियाई फिल्म ‘नो मैंस लैंड’ से हुई। आज फिल्मोत्सव में फिल्मकार के. बिक्रम सिंह को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उनकी चर्चित फिल्म ‘तर्पण’ दिखाई गई। ग्रैंड हरियाणा प्रीमियर खंड में आज सुप्रसिद्ध रंगकर्मी एवं फिल्मकार रंजीत कपूर की फिल्म ‘चिंटूजी’ का प्रदर्शन हुआ। आज फिल्मोत्सव में ‘फोकस कंट्री - पाकिस्तान’ की शुरुआत शोएब मंसूर की फिल्म ‘खुदा के लिए’ से हुई। पहली बार इस फिल्मोत्सव में बच्चों के लिए फिल्मों का विशेष खंड शुरू किया गया है। समाजसेवी श्रीमती भारती प्रसून ने इस खंड का शुभारम्भ किया। इस खंड की शुरुआत विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘ब्लू अम्ब्रेला’ के प्रदर्शन से हुई।
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