शनिवार, 28 मार्च 2009

राजभाषा हिन्दी हीरक जयन्ती एवं होली काव्य संगीत संगोष्ठी


टोरांटो, कैनेडा - ७ मार्च २००९ को, 'सद्भावना हिन्दी साहित्यिक संस्था' व 'वसुधा' हिन्दी साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका के तत्वावधान में राजभाषा हिन्दी की हीरक जयन्ती व होली हेतु एक काव्य-संगीत संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संस्था व वसुधा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में सतत संलग्न हैं। यह आयोजन उस शृंखला से जुड़ी एक कड़ी है। हिन्दी प्रेमियों के एकत्रीकरण, मिलन व अल्पाहार के उपरान्त माँ सरस्वती का पूजन संपन्न हुआ। दीप प्रज्वलित किया मुख्य अतिथि तत्कालीन कोंसुलाध्यक्ष माननीय श्री सुरेन्द्र अरोरा व श्रीमती नीलिमा अरोरा ने। सरस्वती वंदना गाई अमृता शाक्य ने, तथा उनके स्वर में स्वर मिलाया गर्व से अभिभूत सभी उपस्थित हिन्दी-प्रेमियों ने। संगोष्ठी के प्रतिभागी क्रमानुसार हैं - श्री सुरेन्द्र अरोरा, श्री दुबे उमादत्त अनजान, श्री राजीव शर्मा, श्री वीरेन्द्र ढींगरा, श्री शांति स्वरूप सूरी, श्री जगमोहन मेहरा, श्री गोपाल बघेल, श्री आनन्द गोयल, श्रीमती दीप एटवाल, डॉ. प्रीति धामणे, कुमारी अमृता शाक्य, आचार्य संदीप कुमार त्यागी, श्री सरन घई एवं श्रीमती स्नेह ठाकुर।

इस संगोष्ठी के दौरान संस्था द्वारा प्रकाशित पुस्तकों की सूची में हिन्दी की हीरक जयन्ती के उपलक्ष्य में जुड़ने वाली शीघ्र प्रकाश्य पुस्तक 'काव्य-हीरक' की घोषणा भी की गयी। संस्था की अध्यक्ष एवं वसुधा की संपादक-प्रकाशक श्रीमती स्नेह ठाकुर ने विशिष्ट अतिथियों, श्रोताओं व संस्था के सदस्यों के प्रति आभार प्रदर्शित करते हुये उन्हें टोरांटो, कैनेडा में इस सर्वप्रथम आयोजित राष्ट्रभाषा हिन्दी हीरक जयन्ती को सफल बनाने हेतु धन्यवाद दिया तथा भोजन के लिये आमंत्रित किया। राजभाषा हिन्दी की हीरक जयन्ती की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए होली के विविध रसों से प्लावित यह समारोह संपन्न हुआ।

स्नेह ठाकुर
अध्यक्ष : सद्भावना हिन्दी साहित्यिक संस्था
संपादक-प्रकाशक वसुधा

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