लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड में दर्ज युवा कम्प्यूटर इंजीनियर जगदीप सिंह दाँगी को इस वर्ष पंजाब कला साहित्य अकादमी (पंकस) जालंधर द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रदान किए जाने वाले ‘विशिष्ट अकादमी सम्मान 2011’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हिन्दी के विकास हेतु अद्वितीय योगदान के लिय प्रदान किया गया है। उक्त सम्मान श्री दाँगी को दिनाँक 11 सितम्बर 2011 को जालंधर (पंजाब) में आयोजित पंजाब कला साहित्य अकादमी (पंकस) के राष्ट्रीय समारोह में लायंस भवन में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व निकाय मंत्री मनोरंजन कालिया तथा विशिष्ट अतिथि हिमाचल प्रदेश के पूर्व बागवानी मंत्री ठाकुर सत्य प्रकाश जी ने प्रदान किया। इस अवसर पर देश के विभिन्न प्रांतों से आये हुए कई हिन्दी कवि व साहित्यकार उपस्थित थे।
मध्य-प्रदेश के गंजबासौदा में जन्मे जगदीप सिंह दाँगी ने कम्प्यूटर के क्षेत्र में हिन्दी के विकास में उल्लेखनीय कार्य किया है। यह सम्मान उन्हें उनके प्रथम हिन्दी सॉफ़्ट्वेयर आई-ब्राउजर++(हिन्दी एक्सप्लोरर), प्रखर फ़ॉन्ट परिवर्तक, यूनिदेव, शब्द-अनुवादक, शब्द-ज्ञान आदि सॉफ़्ट्वेयर के विकास के फलस्वरूप प्रदान किया है। इन्हें पूर्व में भी अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत किया गया है। वर्ष 2010 के जेसीआई राष्ट्रीय पुरस्कार "आउटस्टैन्डिंग यंग पर्सन ऑफ़ इंडिया -2010" के अतिरिक्त कंप्यूटर के क्षेत्र में केबिन केयर एविलिटी फ़ाउंडेशन ने जगदीप सिंह दाँगी को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार और एक लाख रूपये की राशि के साथ-साथ वर्ष 2008 का मास्टरी अवार्ड प्रदान किया। वे वर्तमान में अटल बिहारी वाजपेयी - भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवम् प्रबंधन संस्थान ग्वालियर में वैज्ञानिक/इंजीनियर के पद पर रह कर हिन्दी सॉफ़्ट्वेयर के क्षेत्र में लगे हुए हैं।
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