सोमवार, 31 मई 2010
ऐल्ते विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की पत्रिका 'प्रयास' के वेब संस्करण का लोकार्पण
बुदापैश्त, 29 अप्रैल 2010, ओत्वोश लोरांद विश्वविद्यालय के भरोपीय विभाग में हिंदी की भित्ति पत्रिका 'प्रयास' के वेब संस्करण का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अभिव्यक्ति की संपादक पूर्णिमा वर्मन ने हंगरी में हिंदी के अध्ययन, अध्यापन और विकास के कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वेब पर विश्वविद्यालयों की हिंदी पत्रिकाओं की उपस्थिति, विश्व भर के हिंदी छात्रों के विचार विनिमय, भाषा व साहित्य के संगठित विकास का महत्त्वपूर्ण सोपान है। उन्होंने अभिव्यक्ति और अनुभूति पत्रिकाओं के विषय में पावर पॉइंट प्रस्तुति द्वारा विस्तार से बताया।
श्रीमती पूर्णिमा वर्मन द्वारा टीम अभिव्यक्ति की ओर से विभाग की सर्वश्रेष्ठ छात्रा- सूच वैरोनिका को स्मृतिचिह्न, प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। पूर्णिमाजी ने छात्रों में हिंदी सीखने की लगन की प्रशंसा करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं और विश्वास व्यक्त किया कि आगे भी इन छात्रों के द्वारा हिंदी में महत्त्वपूर्ण कार्य होता रहेगा। इस अवसर पर विभाग की अध्यक्षा, डॉ. मारिया नेज्यैशी को भी टीम अभिव्यक्ति की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया और हंगरी में हिंदी के लिए किए जा रहे उनके प्रयासों की सराहना की गई। अंत में डॉ. मारिया नेज्यैशी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपूर्ण हुआ। इस कार्यक्रम में हिंदी विभाग के छात्र, अध्यापक, अनुवादक तथा अन्य हिंदी प्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विभाग के अतिथि प्रोफेसर डॉ. प्रमोद शर्मा ने किया और हंगेरियन अनुवाद दानियल ने।
कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर 28 अप्रैल की शाम ऐल्ते के हिंदी छात्रों द्वारा हंगरी के प्रसिद्ध लेखक फैरैंस मोलनार के प्रसिद्ध किशोर उपन्यास- पॉल उत्साई फ्यूक- के एक अंश का हिंदी नाट्य रूपांतर प्रस्तुत किया गया। "पुटी क्लब" नाम से प्रस्तुत इस रचना का हिंदी नाट्य रूपांतर अतिथि प्रोफेसर डॉ प्रमोद शर्मा द्वारा किया गया था। निर्देशक थे आकाश सैनी। नाटक के साथ हंगेरियन चाय से अतिथियों का स्वागत किया गया। नाटक के बाद विभाग के उपस्थित छात्रों से परिचय का सिलसिला चला। पात्रों के अभिनय और उनके हिंदी प्रेम ने पूर्णिमा वर्मन का मन मोह लिया।
अगले दिन 28 अप्रैल की सुबह श्रीमती पूर्णिमा वर्मन ने विभाग और विभाग की भित्ति-पत्रिका प्रयास का संदर्शन किया। विभिन्न कक्षाओं के छात्रों से बातचीत की, द्वितीय कक्षा की छात्राओं ने विभाग की पत्रिका के लिए उनका साक्षात्कार भी लिया। इस बातचीत के दौरान रीता जुलि शिमोन व अन्ना शिमोन ने दो हिंदी गीत भी सुनाए।
डॉ. गीता शर्मा, बुदापैश्त
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