गुरुवार, 10 जनवरी 2013

अनुराग सेवा संस्थान लालसोट द्वारा ११ साहित्यकारोँ का सम्मान

लालसोट, रविवार ६ जनवरी, अनुराग सेवा संस्थान लालसोट जिला दौसा राजस्थान द्वारा संस्कृत महाविद्यालय में को आयोजित एक भव्य समारोह में देश के ११ सहित्यकारोँ को उनकी विभिन्न विधाओं की साहित्यिक कृतियों के लिये ‘अनुराग साहित्य सम्मान २०१२ प्रदान किये गए।
 
शरद तैलंग को उनके व्यंग्य संग्रह ‘गुस्से में है भैँस, वरिष्ठ साहित्यकार ब्रजेन्द्र कौशिक को काव्य संग्रह ‘किस घाट उतरें , कथाकार अरनी रॉबर्ट्स को कहानी संग्रह ‘रास्ते अपने अपने, भगवती प्रसाद कुलश्रेष्ठ को ‘फिर पलाश दहके, डॉ बानो सरताज को ‘एक अनार सौ बीमार, विजया गोस्वामी को ‘माँ होने का सुख, कमल कपूर को ‘नीम अब भी हरा है, राम दयाल मेहरा को ‘नाविक होता पार नहीं, अशोक यादव को ‘लघु सी कथाएँ, डॉ प्रमोद कोवप्रत को ‘धरती और धड़कन तथा राजीव व्यास को ‘छोटी बात बडी बात’ कृतियों के लिये सम्मानित किया गया। इन्हें सम्मान स्वरूप २१०० रुपये नकद, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न, शॉल, नारियल एवं कलम भेट की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार एवं कला समीक्षक हेमंत शेष तथा समारोह के अध्यक्ष लालसोट नगर पालिका के चेयरमेन दिनेश मिश्रा थे।
 
आयोजन समिति के संरक्षक गोपाल प्रसाद मुदगल, अध्यक्ष एवं साहित्यकार तारादत्त निर्विरोध तथा संस्था के सचिव श्याम सुन्दर शर्मा ने अपने प्रतिवेदन में संस्था की विभिन्न क्षेत्रों मे की गई गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर सम्मानित हुए रचनाकारों ने अपनी रचनाओँ का पाठ भी किया। कार्यक्रम में संयोजक सियाराम शर्मा, साहित्यकार प्रकाश परिमल, जया गोस्वामी, अध्यक्ष पुरुषोत्तम जोशी, बस्ती राम बस्ती, राजेन्द्र आज़ाद, राजेन्द्र यादव, अनुराग तथा बड़ी मात्रा में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन विनीत उपाध्याय ने किया।

प्रस्तुति : शरद तैलंग

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