शनिवार, 25 अप्रैल 2009

चंडीगढ़ में सर्जनात्मक लेखन और चित्रांकन की कार्यशाला


बाल साहित्य केन्द्र (नेशनल बुक ट्रस्ट) नई दिल्ली एवं पंजाब सर्व शिक्षा अभियान मिशन के तत्वाधान में 10-11 अप्रैल 2009 को सर्व शिक्षा अभियान अथॉरिटी एसपीओ, 104-106 सेक्टर 34-ए चण्डीगढ़ में आयोजित की गई। इस कार्यशाला में पंजाब के विभिन्न सरकारी स्कूलों से 50 बच्चों ने प्रतिभागिता की। कार्यशाला का उद्घाटन डॉ दविन्दर सिंह बोहा सहायक प्रायोजना निदेशक ( मीडिया) एवं सम्पादक ‘आळे –भोळे’ ने किया। इस अवसर पर पंजाब के विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और प्राचार्य भी मौजूद थे डॉ बोहा ने इस कार्यशाला की आवश्यकता और महत्ता पर प्रकाश डाला। श्री द्विजेन्द्र कुमार सहायक सम्पादक (पाठक मंच बुलेटिन) ने सर्जनात्मक कार्यशाला की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की साथ ही पाठक मंच एवं पाठक मंच की गतिविधियों की जानकारी भी दी।

इस अवसर पर कुछ बच्चों को सर्जनात्मक लेखन करना था और कुछ को रचनाओं के अनुरूप चित्रांकन करना था। नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रतिनियुक्त संसाधक श्री रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ने सर्जनात्मक लेखन के विभिन्न विषयों पर तथा श्री आर एम सिंह ने चित्रांकन के लिए बच्चों को दिशा–निर्देश एवं सुझाव दिए। बच्चों को सहजभाव से रचनात्मक कार्य करने के लिए दो समूहों में विभाजित कर दिया गया। बच्चों का जोश देखते ही बनता था। बच्चों ने यह लेखन पंजाबी भाषा में किया। सबने अपनी-अपनी रचनाएँ सुनाईं। रचनाओं के अनुरूप चित्र बनाने की होड़ लगी हुई थी। अपने को अभिव्यक्त करने की खुशी बच्चों के चेहरे पर पढ़ी जा सकती थी। रचनाओं पर चर्चा के साथ-साथ कार्यशाला में अनुवाद का कार्य शुरू हुआ। हिन्दी अनुवाद का कार्य डॉ कुलदीप सिंह ‘दीप’ प्राचार्य,सरकारी सेकेण्डरी स्कूल, रियोन्द कलां, जिला –मानसा तथा हिन्दी-पंजाबी के साहित्यकार श्री श्याम सुन्दर अग्रवाल, सम्पादक ‘मिन्नी त्रैमासिक’ (कोटकपूरा) ने किया। पर्यावरण, जल संरक्षण, जन-चेतना आदि विषयों को भी बच्चों ने अपनी रचनाओं का आधार बनाया। कविता, कहानी, एकांकी, लोककथा आदि के माध्यम से पंजाब की खुशबू को उभारने का प्रयास किया। इस शिविर में गाँव, कस्बे और शहरी क्षेत्र के बच्चों का यह अद्भुत समागम नई चेतना की दस्तक दे रहा था। इस आयोजन को सफल बनाने और हर प्रकार की सुविधा जुटाने में पंजाब सर्व शिक्षा अभियान मिशन का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। सहायक प्रायोजना निदेशक डॉ बोहा ने सर्जनात्मक लेखन के इस अभियान को पंजाब में जिले स्तर पर चलाकर अधिकतम बच्चों की भागीदारी करने का निश्चय किया।

प्रस्तुति-द्विजेन्द्र कुमार

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