सोमवार, 30 मई 2011

खामोश मुहूर्त में का लोकार्पण

समकालीन मलयालम कवियों में चर्चित कवि ए. अयप्पन की चुनिंदा कविताओं का संतोष अलेक्स द्वारा किया गया हिंदी अनुवाद खामोश मुहूर्त में का लोकार्पण मद्रास विश्विदयालय के मलयालम विभाग में अंग्रेज़ी लेखक श्रीकुमार वर्मा द्वारा किया गया। वर्मा जी ने अनुवाद की अनिवार्यता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अनुवादक साहित्यिक सीमाओं पर सेतु बनाने का काम करते हैं, किताब के प्रकाशन पर उन्होंने संतोष अलेक्स को बधाई दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ राजेंद्र बाबू जी ने की। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ चिट्टी अन्नपूर्ण जी एवं कवि वासुदेवन पनंपल्लि ने किताब की समीक्षा की। कार्यक्रम में मात्रभूमि दैनिक के व्यूरो चीफ श्री के ए जोनी जी  और मलयालम मनोरामा के पत्रकार श्री विनोद गोपी ने बधाई वक्तव्य दिए। मलयालम कवि एवं अनुवादक संतोष अलेक्स ने कविताओं के अनुवाद के दोरान हुए अनुभव को श्रोताओं के साथ बाँटा। किताब का प्रकाशन दिल्ली के युक्ति प्रकाशन, ए 2, न्यू इंडिया अपार्टमेंट, प्लाट सं 6 , सेक्टर 9, रोहिणी, दिल्ली, 110 085 से हुआ है।

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