झाँसी में स्व. श्रीमती मिथलेश श्रीवास्तव की स्मृति में चित्रांश ज्योति द्वारा साहित्यिक/सांस्कृतिक एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही समाज की विभिन्न प्रतिभाओं सहित लघु पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रहे लघु समाचार पत्रों के दो संपादकों सर्वश्री विनोद बब्बर (संपादक-राष्ट्रकिंकर, नई दिल्ली) एवं श्री वाई. के. बंसल (संपादक-निधि मेल, झाँसी) को मिथिलेश-रामेश्वर पत्रकारिता सम्मान भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं का भी अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में समारोह के अति विशिष्ट अतिथि केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य एवं विशिष्ट अतिथि श्री करुणेश श्रीवास्तव (डिप्टी सीएमई-रेलवे) व श्री हरि बल्लभ खरे (राष्ट्रीय मंत्री, अ. भा. कायस्थ सभा), श्रीमती रमा श्रीवास्तव (संचालक-मदर टेरेसा स्कूल) आदि अतिथियों ने स्व. श्रीमती मिथलेश श्रीवास्तव के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात माननीय मंत्री महोदय ने दिल्ली के श्री किशोर श्रीवास्तव की २५वें वर्ष में चल रही कार्टून एवं लघु रचनाओं की जन चेतना पोस्टर प्रदर्शनी 'खरी-खरी' का उद्घाटन किया।
बाद में अपने वक्तव्य में श्री प्रदीप जैन आदित्य ने स्व. श्रीमती मिथलेश श्रीवास्तव के कार्यों को याद करते हुए प्रतिभाओं को आगे लाने में चित्रांश ज्योति के निरन्तर चल रहे प्रयासों की प्रशंसा की व समारोह के संयोजक श्री अरुण श्रीवास्तव 'मुन्नाजी' की, सादा जीवन बिताते हुए समाज के लिए किए जाने वाले उच्च व सार्थक कार्यो की सराहना की। उन्होंने खरी-खरी प्रदर्शनी में कार्टूनों आदि के माध्यम से विभिन्न सामाजिक विसंगतियों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने की भी प्रशंसा की। समारोह का संचालन दूरदर्शन अधिकारी श्री मुकेश सक्सेना ने किया एवं अंत में चित्रांश ज्योति की संपादक श्रीमती विजय लक्ष्मी श्रीवास्तव व संयोजक श्री अरुण श्रीवास्तव ने अतिथियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर चित्रांश परिवार के सैकड़ों सदस्यों ने उपस्थित होकर समारोह को विशेष गरिमा प्रदान की।
चित्र में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य के साथ मंच पर विभिन्न प्रतिभाओं सर्वश्री मुकेश बच्चन, विजयलक्ष्मी श्रीवास्तव, अरुण श्रीवास्तव, किशोर, राकेश श्रीवास्तव एवं अतुल सिन्हा।
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