२७ सितंबर से ११ अक्तूबर २००९ के बीच यू.के. के विभिन्न शहरों में भारत से आए रेल मंत्रालय के पूर्व निदेशक डॉ. विजय कुमार मल्होत्रा द्वारा संस्कृति यू.के. के महासचिव श्री अरुण त्रिवेदी और लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त कार्यालय के हिंदी व संस्कृति अताशे श्री. आनंद कुमार के सहयोग से हिंदी और अन्य इंडिक भाषाओं में भाषिक कंप्यूटिंग और मल्टी मीडियी हिंदी शिक्षण पर विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। साथ ही हिंदू सोसायटी और अंकुर आर्टस अँड कल्चरल सोसायटी के तत्वावधान में हिंदी शिक्षकों और शिक्षार्थियों के लिए हिंदी सीखने-सिखाने के लिए मल्टी मीडिया प्रस्तुति का आयोजन भी किया गया। इन कार्यशालाओं में विभिन्न व्यवसायों से जुड़े भारतीयों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। अधिकांश प्रतिभागी अपने लैपटॉप के साथ कार्यशाला में पहुँचे।
कार्यशालाओं की इस शृंखला का आरंभ २७ सितंबर २००९ लंदन के गुजराती बहुल क्षेत्र वेंबले में हुआ। इसकी अध्यक्षता लंदन स्थित भारतीय राजदूतावास के हिंदी व संस्कृति अताशे श्री आनंद कुमार ने की। आशा के विपरीत इस कार्यशाला में गुजराती और हिंदी के अलावा बंगाली प्रतिभागियों ने भी भाग लिया। इस कार्यशाला के प्रतिभागियों में मुख्य रूप से चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यवसायी, शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, छात्र और गृहिणियाँ थीं। इस कार्यशाला की उपलब्धि यह रही कि इनमें से अधिकांश प्रतिभागी अब गुजराती, बंगला या हिंदी में ई-मेल आदि भेजने लगे हैं। अगली कार्यशाला १ अक्तूबर २००९ को फिंचले (लंदन) स्थित हिंदू कल्चरल सोसायटी के प्रांगण में आयोजित की गई। इस कार्यशाला में युवा और बुजुर्ग दोनों ही प्रकार के प्रतिभागी थे और ये सब लोग हिंदी में कंप्यूटर पर काम करने के लिए बहुत ही उत्साही थे। तीसरी कार्यशाला वेल्स की राजधानी कार्डिफ़ में इंडिया हाउस में स्थित मंदिर के प्रांगण में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता 'गोपिओ' के अध्यक्ष श्री के.एन.गुप्ता ने की। इस कार्यशाला में भी अनेक डॉक्टर, पत्रकार, बुद्धिजीवी और स्वयं मंदिर के पुजारी भी शामिल हुए और कई प्रतिभागियों ने उसी दिन हिंदी कंप्यूटिंग की शुरुआत की। चौथी कार्यशाला का आयोजन कलासंगम की अध्यक्षा श्रीमती गीता उपाध्याय और उनके पति श्री उपाध्याय के सान्निध्य में ब्रैडफर्ड के वास्तुकला की दृष्टि से अत्यंत भव्य भवन में किया गया। पाँचवी और अंतिम कार्यशाला का आयोजन हिंदी व संस्कृति अताशे श्री आनंद कुमार के सान्निध्य में लंदन स्थित भारत के राजदूतावास में ६ अक्तूबर २००९ को किया गया, जिसमें हिंदी के अलावा, पंजाबी, नेपाली और मलायलम भाषियों के अलावा हिंदी के प्रसिद्ध लेखक श्री तेजेंद्र शर्मा और हिंदी प्रेमी श्री के बी एल सक्सेना ने भी भाग लिया। इस कार्यशाला में हिंदी और संस्कृत के साथ-साथ भाषिक कंप्यूटिंग में भी निष्णात सुश्री कविता वाचक्नवी ने भी हिंदी में वेबसाइट निर्माण पर अपने अनुभव सुनाए।
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