रविवार, 28 जून 2009

प्रभाष जोशी द्वारा ''बिहार की पत्रकारिता तब और अब'' का लोकार्पण


पटना,१२ जून २००९ प्रख्यात पत्रकार प्रभाष जोशी ने आकाशवाणी के समाचार संपादक संजय कुमार की सद्य: प्रकाशित पुस्तक ''बिहार की पत्रकारिता तब और अब'' का लोकार्पण गांधी संग्रहालय पटना में आयोजित कार्यक्रम 'रामचरित्र सिंह स्मृति व्याख्यान- लोकतंत्र का ढहता हुआ चौथा स्तम्भ' के दौरान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता में जो कुछ हो रहा है उससे उसके के अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो गया है। श्री जोशी ने कहा कि अगर पत्रकारिता मर जायेगी तो लोकतंत्र मर जायेगा। श्री जोशी ने कहा कि पत्रकारिता साधारण नागरिक का हथियार है। इसके माध्यम से वह विधायिका पर नजर रखता है। हाल में हुए आम चुनाव के दौरान मीडिया द्वारा खबर छापने के के लिए उगाहे गये धन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आम जनता से इस हथियार को छीनने की साजिश हो रही हैं।

लोकार्पित पुस्तक ''बिहार की पत्रकारिता तब और अब में संजय कुमार ने बिहार की पत्रकारिता के नए और पुराने विविध पत्रकारीय गुणों का विस्तार से उल्लेख किया है। बिहार में पत्रकारिता के विभिन्न उतार-चढ़ावों को जानने के लिए यह पुस्तक एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में है। इस अवसर साहित्यकार खगेन्द्र ठाकुर, पत्रकार हरिवंश, हेमन्त, स्वयंप्रकाश, गांधी संग्रहालय के महामंत्री रजी अहमद सहित जाने माने पत्रकार-साहित्यकार उपस्थित थे। -- लीना

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