रविवार, 25 जनवरी 2009

हिंद-युग्म का वार्षिकोत्सव धूमधाम से संपन्न


रविवार २८ दिसंबर २००८ को दोपहर २ बजे से संध्या. ६.३० बजे तक धर्मवीर संगोष्ठी कक्ष, हिंदी भवन में हिंद-युग्म का वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत निखिल आनंद गिरि के औपचारिक उद्बोधन से हुई और संचालन हिंद-युग्म के वरिष्ठ सदस्य और हरियाणा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. श्याम सखा 'श्याम' ने किया।

अतिथियों का स्वागत हिंद-युग्म के सदस्यों ने पुष्पगुच्छ भेंट करके किया। हिंद-युग्म के संस्थापक शैलेश भारतवासी ने पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण की मदद से हिंद-युग्म की अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और देश-विदेश से हिंद-युग्म को मिले शुभकामना और बधाई संदेश दिखाए। इसके बाद काव्य-पाठ का सिलसिला आरंभ हुआ। हिंदी-युग्म के शुभचिंतक और दिल्ली पोएट्री संस्था के संस्थापक अमित दहिया बादशाह ने काव्य-पाठ का शुभारंभ किया। इसके बाद पावस नीर ने अपनी वह कविता सुनाई जिसने उन्हें यूनिकवि का सम्मान दिया गया था। शोभा महेंद्रू ने अपनी रचना में २६ नवंबर २००८ को मुंबई में हुई आतंक घटना की निंदा एक गीत के माध्यम से की और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। इसके बाद मंच पर आसीन पहले अतिथि प्रदीप शर्मा तथा डॉ. सुरेश कुमार सिंह का संभाषण हुआ। हिंद-युग्म के नियंत्रक शैलेश भारतवासी ने 'हिंदी टाइपिंग और ब्लॉग मेकिंग' पर पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण दिया और यह बताया कि कोई भी अधिकतम १० मिनट में हिंदी टाइपिंग सीख सकता है और ब्लॉग बना सकता है। इन्होंने अपना डेढ़ वर्षीय यूनिप्रशिक्षण का अनुभव भी दर्शकों के साथ बाँटा। १५० से भी अधिक संख्या में उपस्थित दर्शकों की भीड़ इस बात का प्रमाण थी कि लोग ब्लॉगिंग सीखना चाहते हैं और अपनी भाषा में लिखना-पढ़ना चाहते हैं।

इक कार्यक्रम में हिंद-युग्म पाठक सम्मान २००८ से ४ पाठकों, आलोक सिंह 'साहिल', सुमित भारद्वाज, दीपाली मिश्रा और पूजा अनिल को प्रयास ट्रस्ट, रोहतक द्वारा स्मृति चिह्न पुस्तकों का बंडल और पुस्तकों का बंडल भेंट किए गए। हिंद-युग्म के बहुचर्चित युवा कवि गौरव सोलंकी का काव्यपाठ भी हुआ। इसके अतिरिक्त रूपम चोपड़ा, मनुज मेहता, निखिल आनंद गिरि, नाज़िम नक़वी के काव्य पाठ लोकप्रिय रहे।

कार्यक्रम में आगे अपने संभाषण में हिंद-युग्म के अगले अतिथि अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गणितज्ञ प्रो. भूदेव शर्मा ने कहा कि उन्होंने शुरू से ही इंटरनेट को बहुत महत्व दिया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और देश के वरिष्ठ साहित्यकार राजेंद्र यादव ने स्वीकार किया कि हिंद-युग्म ने आज हिंदी की इंटरनेटीय उपस्थिति बताकर मेरे सामने एक नई दुनिया खोल दी है। इस कार्यक्रम से पहले उन्होंने ब्लॉगिंग के बारे में सुना तो था लेकिन यह दुनिया इतनी विशाल है, उन्हें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं था। इसके बाद सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय सहायक महाप्रबंधक श्रीधर मिश्र ने अपने विचार रखे। अंत में हिंद-युग्म की सदस्या नीलम मिश्रा ने देश-विदेश से किसी भी माध्यम से हिंद-युग्म से जुड़े हिंदी-प्रेमियों का धन्यवाद किया।

इस कार्यक्रम में हरिभूमि अखबार के दिल्ली प्रमुख अरविंद सिंह, एम.सी.डी. के अधिकारी सुरेश यादव, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के हिंदी अधिकारी ईश्वर चंद्र भारद्वाज, आकाशवाणी के मोबिन अहमद खाँ, भड़ास४मिडिया के रिपोर्टर अशोक कुमार, प्रसिद्ध ब्लॉगर मसिजीवी, चोखेरबाली ब्लॉग की मुख्य-मॉडरेटर सुजाता तेवतिया, ब्लॉगवाणी के मैथिली शरण गुप्त व सिरिल गुप्त, सफर-प्रमुख राकेश कुमार सिंह, छंदशास्त्री दरवेश भारती, ब्लॉगर राजीव तनेजा, नवभारत टाइम्स के यूसुफ किरयानी, पंडित प्रेम बरेलवी, लेडी श्रीराम कॉलेज में हिंदी की प्रोफ़ेसर डॉ. प्रीति प्रकाश प्रजापति महकते-पल फोरम प्रमुख सखी सिंह, आनंदम-प्रमुख जगदीश रावतानी, युवा कवि भूपेंद्र कुमार, साक्षात भसीन, नमिता राकेश, अमर-उजाला में सह-संपादक रामकृष्ण डोगरे, पंजाब केसरी में सह-संपादक सुनील डोगरा ज़ालिम, पत्रकार उमाशंकर शुक्ल, कार्टूनिस्ट मनु-बेतख्खल्लुस, वर्तमान यूनिकवि दीपक मिश्रा ने भी हिंद-युग्म परिवार को अपना आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में आगंतुकों के स्वागत के लिए हिंद-युग्म की ओर से अभिषेक पाटनी, भूपेंद्र राघव, रविंदर टमकोरिया, नसीम अहमद, दीप जगदीप, प्रेमचंद सहजवाला इत्यादि उपस्थित थे।

२६ जनवरी २००९

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